Thursday, May 21, 2015

Love. Life.


चले तो थे चाँद तक… 
ना रिलेशन ना शिप… 

सर्र्र्र्र धाय् घर्र्र्र्र जाय 
गड़बड़ धड़धड़ लतपत खटपट 

गिर गये फिर चाँद तक!
ना रिलेशन ना शिप!

सुधर गये जब. 
चले तो चाँद तक. 
वरना एक साल तक.

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